विज्ञान से हर समस्या का समाधान : हर्षवर्धन

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार विज्ञान को प्रयोगशाला से निकालकर आम लोगों को बीच ले जा रही है जिसका उद्देश्य इसे जनांदोलन बनाना है। डा. हर्षवर्धन ने चौथे भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान मेले (आईआईएसएफ) की पूर्व संध्या पर कहा, विज्ञान से हर समस्या का समाधान हो सकता है। उन्होंने कहा, इस तरह के मेले का उद्देश्य विज्ञान को जनांदोलन बनाना और उसे प्रयोगशालाओं से निकालकर जनता के बीच ले जाना है तथा सरकार उसी दिशा में काम कर रही हैं। आईआईएसएफ की परिकल्पना विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने के लिए की गई थी। इस साल के विज्ञान मेले के लिए अब तक 2,200 छात्र-छात्राओं के पंजीकरण हो चुके हैं तथा स्कूलों के शिक्षकों, वैज्ञानिकों, नवाचारियों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों समेत कुल आठ से 10 हजार लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी । आदित्यनाथ ने कहा, यह मेला छात्र-छात्राओं तथा नवोदित वैज्ञानिकों के लिए एक अवसर हैं। उन्होंने बताया, मेले के दौरान करीब 600 बच्चे एक साथ एक समय में डीएनए अलग करने का प्रयोग। कर विश्व कीर्तिमान बनाने का प्रयास करेंगे। आईआईएसएफ वर्ष 2015 में शुरू किया गया था। इसके पहले दो संस्करण आईआईटी, दिल्ली और राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला, दिल्ली में तथा तीसरा संस्करण आईआईटी, चेन्नई में आयोजित किया गया था।इस साल मुख्य आयोजन इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में होगा। इसके अलावा राष्ट्रीय बॉटेनिकल अनुसंधान संस्थान, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, गोमती नगर स्थित रेलवे ग्राउंड, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट्स, जीडी गोयनका स्कूल, अमर शहीद पथ और अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में भी विभिन्न साों और कार्यक्रमों का आयोजन किया। मेले में विदेशों से आए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मायिी का एक सम्मेलन, विदेशों में काम करने वाले भारतीय मूल के वैज्ञानिकों का सम्मेलन, महिला वैज्ञानिकों एवं उद्यमियों का सम्मेलन, विज्ञान शिक्षकों का राष्ट्रीय सम्मेलन, छात्रों के बीच अभियांत्रिकी मॉडल प्रतियोगिता, नवभारत निर्माण, मेगा साइंस तथा टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्री एक्सपो मेले के कुछ प्रमुख आकर्षण थे।


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