अबकी बार हिंदुयों कि सरकार ?

सत्ताबालों के चुनाव आए तो सत्ता पक्ष और उनका मातृ संगठन राम राम  करने लंगे? हिन्दुओं का दमन बंद करो, तुरंत संसद में राम मंदिर कानून पास करो : डॉ प्रवीण तोगड़िया


लखनऊ। अगर सत्तापक्ष और उनका मातृ संगठन राम मंदिर पर सच में गंभीर होते तो 4-5 साल पहले बहुमत बाली सरकार बनी तभी सब के पहले राम मंदिर कानून बनाते लेकिन वे केवल राम मंदिर पर इतनी देरी कर के चुप ना रहे, जो आवाज कानून के लिए उठी वे दबाते कुचलते गये। सत्ता पक्ष कहता रहा, मामला न्यायलय में हैं, कानून नहीं बनेगा। अब केन्द्रीय मंत्री है, ऐसे इन के एक ने तो कहा था हम कोई कंस्ट्रक्शन कम्पनी नहीं, जो मंदिर बांध बंद दरवाजे पीछे जो बैंठके हुयी उन के इन का मातृसंगठन राम मंदिर पर कानून की मांग करने वालों को दबाते, चुप कराते रहे। अब 9 राज्यों और 2019 लोकसभा चुनाव आए अब अचानक राम राम? डॉ प्रवीण तोगडिया, अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के संस्थापक अध्यक्ष ने ये तीखे सवाल एएचपी के लखनऊ से अयोध्या शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक यात्रा को आरम्भ करते हुए पूछे। उन्होंने कहा, देशभर में हजारों की संख्या में एएचपी के रामभक्त अयोध्या में राम दर्शन और शरयु स्नान के लिए लखनऊ पहुंचे है और वे उन के साथ अयोध्या जाकर दर्शन पूजन करेंगे। डॉ तोगडिया ने कहा, कई प. महंत जी और हम राम मंदिर पर संसद में कानून पिछले कई सालों से मांग रहे हैं। चार-पांच सालों तक हम सभी को दबाया गया, बाहर का रास्ता दिखाया गया, महंतों को घसीटकर पुलिस द्वारा उठाया गया। कोई रामभक्त सरकारें हिन्दुओं के साथ ऐसा पापी व्यवहार रहेगी यह सोच भी ना था। रामभक्तों के मतों पर, कई हिन्दुओं के प्राणों के बलिदार पर कई हिन्दुओं के त्याग पर मिली सत्ता के आवाज की मद् में अब उन्हीं की आवाज राम के मुददे पर कुचली जा रही है। चार-पांच साल सत्ता भोगने के बाद ही सही अब सत्ताधारियों के मातृसंगठन ने भी वही मांग उठायी। वही मांग लेकर एएचपी लखनऊ में रामभक्तों की सभा और आगे लखनऊ से अयोध्या शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक यात्रा पर निकली तो दमन कर पाबंदी लगा दी। भगवान राम के भक्तों की सरकार ऐसी नहीं होती। यह हिन्दुओं का और भगवान राम का अपमान है। हमारी यही मांग है कि सरकार तुरंत राम मंदिर पर संसद में कानून पारित करें। दुनिया में अच्छा सैक्यूलर, विकासवाले दिखने के लिए मंदिर के ऐवज में भारत में कहीं भी कोई भी मस्जिद ना बनायी जाए। दुनिया ने भाजपा को सत्ता पर नहीं बैठाया हिन्दुओं ने प्राणों की जीवन की आजीविका की आहुति देकर सत्ता दिलाई है। राम से और हिन्दुओं से वचनभंग, अपमान और दमन का पाप, मेरा तेरा राम इस तरह हिन्दुओं का बांटना यह पाप, तोडों और राज करो, ध्यान हटाओं और राज करो, संभ्रमित करो और राज करो, आवाज दबाओ-अपनी ही चलाओं और राज करो ये सब पाप बहुत कर लिए चार-पांच साल अब सब! हिन्दुओं की राम मंदिर की आवाज उन की युगों की श्रृद्धा और हृदय की पुकार से आती है, उसे ना कुचलो। चुनावी अवसरवाद और सरकारी अंहकार का खिलौना नहीं भगवान राम। गौ से राम, कश्मीर समान नागरिक सहिता और अन्य हिन्दू मुददों पर सरकारी यु टर्न से हिन्दुओं का विश्वास खो दिया है सत्तावालों ने, अब राम मंदिर पर एक रहो, साथ रहो और तुरंत कानून बनाओ। पाप बहुत हुए सरकारों के, अब सुधरो। वरना भगवान राम और हिन्दू क्षमा नहीं करेंगे।



अब केन्द्रीय मंत्री है, ऐसे इन के एक ने तो कहा था हम कोई कंस्ट्रक्शन कम्पनी नहीं, जो मंदिर बांधे बंद दरवाजे पीछे जो बैंठके हुयी उन के इन का मातृसंगठन राम मंदिर पर कानून की मांग करने वालों को दबाते, चुप कराते रहे। अब 9 राज्यों और 2019 लोकसभा चुनाव आए अब अचानक राम राम ?


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